नई दिल्लीः Radha Soami Satsang Beas: जसदीप सिंह गिल को राधा स्वामी सत्संग ब्यास का नया उत्तराधिकारी चुना गया है. राधा स्वामी सत्संग ब्यास के गुरिंदर सिंह ढिल्लों के बाद अब वह गुरु के तौर पर मुखी बनेंगे. वह राधा स्वामी सत्संग ब्यास सोसायटी के संरक्षक हैं. वह 2 सितंबर 2024 से संरक्षक के रूप में तत्काल कार्यभार संभालेंगे. वह डेरे के छठे प्रमुख होंगे.
कई देशों में हैं राधा स्वामी सत्संग ब्यास के केंद्र
राधा स्वामी सत्संग ब्यास की स्थापना साल 1891 में बाबा जैमल सिंह ने की थी. ये करीब 4 हजार एकड़ में फैला डेरा है. करीब 48 एकड़ में इसके लंगर हॉल हैं. राधा स्वामी सत्संग ब्यास की स्थापना धार्मिक संदेश देने के लिए हुई थी. डेरा कई देशों में फैला हुआ है. इनमें अमेरिका, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया आदि देश शामिल हैं.
लगभग 90 देशों में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के केंद्र हैं. डेरे की ओर से 3 अस्पताल भी चलाए जाते हैं जहां फ्री में इलाज किया जाता है. यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जिसका किसी भी राजनीतिक या वाणिज्यिक संगठन से कोई संबंध नहीं है. राधा स्वामी सत्संग ब्यास की वेबसाइट के मुताबिक, अपनी व्यापक गतिविधियों के बावजूद वो अपने आध्यात्मिक मूल की अखंडता को बनाए रखने और अपनी शिक्षाओं की सरलता को बनाए रखने का प्रयास करता है.
ये पांच रह चुके हैं ब्यास के प्रमुख
इससे पहले राधा स्वामी सत्संग ब्यास के पांच प्रमुख रह चुके हैं. इनमें सबसे पहले प्रमुख जैमल सिंह थे. इसके बाद सावन सिंह, फिर जगत सिंह, चरण सिंह और गुरिंदर सिंह ढिल्लों इसके मुखी रहे.
कैंसर से जूझ रहे हैं गुरिंदर सिंह ढिल्लों
गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने ही जसदीप सिंह गिल को राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी है. गुरिंदर सिंह ढिल्लों को कुछ साल पहले कैंसर होने की जानकारी सामने आई थी. उनका इलाज भी चल रहा था. वह दिल की बीमारी से भी पीड़ित हैं.
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