नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि संघ परिवार ने कुछ समूहों को आरक्षण देने का कभी विरोध नहीं किया है. एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि संघ का मानना है कि आरक्षण तब तक दिया जाना चाहिए जब तक कि इसकी जरूरत है.
भागवत ने आरक्षण को लेकर की थी टिप्पणी
आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच छिड़े वाकयुद्ध के बाद भागवत ने यह टिप्पणी की है. आरएसएस प्रमुख भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखायी नहीं देता हो.
फर्जी वीडियो प्रसारित किया जा रहाः भागवत
मोहन भागवत ने कहा कि आरक्षण और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर फर्जी वीडियो प्रसारित किया जा रहा है. यह भी कहा जा रहा है कि इस संबंध में हम बाहर नहीं बोल सकते हैं. यह पूरी तरह से झूठ है.
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संजय सिंह ने आरक्षण खत्म करने की मंशा का लगाया था आरोप
बता दें कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने शनिवार को आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी संविधान और आरक्षण को खत्म करना चाहती है. उन्होंने कहा था, अगर बीजेपी जीतेगी तो देश में तानाशाही होगी. यह कहना चाहता हूं कि सूरत तो महज उदाहरण है. पूरा देश दांव पर लगा है,
उन्होंने आरोप लगाया था कि बीजेपी बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान और वोट की ताकत को खत्म करना चाहती है. यह दलितों, पिछड़ों और शोषित वर्ग के लोगों के आरक्षण के अधिकार को खत्म करना चाहती है.
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