नई दिल्ली: कानपुर शूटआउट केसा का कुख्यात अपराधी और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को उजैन से गिरफ्तार कर लिया गया है. खूनी विकास महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंचा था. जिस दौरान मंदिर की सुरक्षा एजेंसी के गार्ड ने उसे पकड़ लिया. इस बीच विकास दुबे ने पकड़े जाने के बाद क्या कुछ कहा आपको बताते हैं.
'मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला'
जब विकास दुबे को मध्य प्रदेश की पुलिस गिरफ्तार करके गाड़ी में ठूंसने लगी तो वो चीखकर कहता है कि "मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला".. इस गुंडे की आवाज आपको सुनना चाहिए.
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#VikasDubey गिरफ्तार, गिरफ्तारी के बाद बोला- 'मैं विकास दुबे हूं #Kanpur वाला''@Uppolice @CMOfficeUP @DGP_MP@kanpurnagarpol @igrangekanpur @LaxmiUpadhyay13@TusharSrilive @Zee_Hindustan pic.twitter.com/h2FgtcoqNz
— ZEE HINDUSTAN (@Zee_Hindustan) July 9, 2020
आपने जो आवाज सुनी वो गिरफ्तारी के बाद विकास दुबे की पहली आवाज है, जिसमें वो चीखकर ये बोल रहा था कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला.. आप उसकी इस बात से ये समझिए कि वो इतनी शान से इस बात को बोल रहा है जैसे कि उसने कोई अपराध नहीं पुण्य का काम किया है.
सीएम शिवराज और योगी आदित्यनाथ को दी जानकारी
विकास दुबे की गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को डीजीपी ने जानकारी दी. जिसके बाद सूत्रों के मुताबिक शिवराज सिंह ने यूपी के सीएम योगी से की बात. फिलहाल यूपी पुलिस उज्जैन आ रही है, जिसके बाद विकास दुबे को लेकर कानपुर जाया जाएगा.
मैंने यूपी के मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी से बात कर ली है। शीघ्र आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी।
मध्यप्रदेश पुलिस, विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपेगी।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 9, 2020
24 घंटे में विकास के 3 साथियों का हुआ खात्मा
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के दो और साथी ढेर हो गए हैं, इटावा में 50 हजार का इनामी रणवीर उर्फ बउअन भी मारा गया. बता दें, प्रभात मिश्रा जो कि पुलिस हिरासत से भाग रहा था, वो भी मारा गया. कल फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था. 24 घंटे में विकास के तीन साथी मारे जा चुके हैं और विकास दुबे दबोचा जा चुका है. इससे पहले कल हमीरपुर में अमर दुबे भी मुठभेड़ में मारा जा चुकी है.
कानपुर मुठभेड़ की रात 3 पुलिसवालों से विकास दुबे की बात हुई थी, सूत्रों का कहना है कि सब इंस्पेक्टर के के शर्मा ने विकास को दबिश की जानकारी दी थी. चौबेपुर के निलंबित एसओ विनय तिवारी ने विकास को उकसाया था. आपको बता दें, विनय तिवारी और के के शर्मा को कल गिरफ्तार किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक बिल्हौर के सीओ शहीद देवेन्द्र मिश्रा द्वारा थानाध्यक्ष चौबेपुर विनय तिवारी के खिलाफ तत्कालीन एसएसपी अनंत देव को लिखा गया पत्र जांच में सही पाया गया है. जांच के लिये कानपुर भेजी गईं लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने लखनऊ लौटकर डीजीपी हितेश अवस्थी को जांच रिपोर्ट सौंप दी है. सूत्रों के मुताबिक इस रिपोर्ट में लिखा गया है कि CO द्वारा एसएसपी को लिखा गया पत्र असली है.
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CO के कम्प्यूटर ये पत्र मौजूद पाया गया और इस पत्र को कार्यालय में तैनात एक महिला सिपाही ने टाइप किया था. कम्प्यूटर ऑपरेटर से लेकर सीओ कार्यालय के स्टाफ तक ने एसएसपी को भेजे गए इस पत्र की पुष्टि की है. आई जी लक्ष्मी सिंह ने इस मामले में च्चस्तरीय जांच कराए जाने की सिफारिश की है.
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