जयपुर: राजस्थान एसओजी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे प्रदेश के बहुचर्चित नकल गिरोह के सरगना जगदीश विश्नाई को गिरफ्तार किया है. मुखबिर से मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए एसओजी टीम ने फरार जगदीश विश्नाई को सीकर जिले के खाटूश्यामजी से गिरफ्तार किया है.
फरार चल रहा था आरोपी
मामले का खुलासा करते एसओजी ने बताया कि आरोपी जगदीश विश्नाई 6 मई 2018 को बीएसटीसी का पेपर वाट्सएप पर पेपर शुरू होने से पहले ही आउट करवाने के मामले में फरार चल रहा था. जिसके बाद से लगातार पुलिस टीमें उसकी तलाश कर रही थी.
जगदीश पर 50 हजार रूपए का ईनाम भी घोषित किया गया था. उन्होंने बताया कि आरोपी जगदीश विश्नाई पेशे से सरकारी अध्यापक है. वह साल 2010 से निलंबित चल रहा है.
कई आपराधिक मामले हैं दर्ज
जगदीश के खिलाफ करीब एक दर्जन आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. जगदीश नकल कराने वाले गिरोह का मास्टर माइंड है. जो प्रदेश के होने वाली भर्ती परीक्षाओं में परीक्षार्थियों से मोटी रकम वसूलकर नकल कराता है. इसके गिरोह में कई प्रोफेश्नल्स भी शामिल है.
आरोपी से पूछताछ के दौरान सामने आया है कि जगदीश ने नेपाल ,गुजरात ,हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में फरारी काटी थी. इस दौरान वह मादक पदार्थों की तस्करी में भी लिप्त रहा है. फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है. माना जा रहा है कि पूछताछ में कई और खुलासे सामने आ सकते है.
पुराना पापी है जगदीश
शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी जगदीश 2002 से ही प्रतियोगी परीक्षा में नकल करवाने का काम कर रहा है. शुरुआत में आरोपी एक छात्र की जगह दूसरे को बैठाकर नकल करवाता था. उसके बाद ब्ल्यूटूथ के जरिये नकल करवाने लगा.
इसके बाद आरोपी ने पुलिस भर्ती परीक्षा 2007, नर्सिंग भर्ती परीक्षा 2010, द्वितीय शिक्षक भर्ती परीक्षा 2012, कंडक्टर भर्ती परीक्षा 2012, पुलिस भर्ती परीक्षा 2014, जुनियर अकाउंटेट भर्ती परीक्षा 2015 के साथ ही एसआई भर्ती परीक्षा में नकल के आरोप में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है.
आरोपी सितंबर 2017 में जमानत होने के बाद से ही फरार चल रहा है. फरारी के दौरान आरोपी नेपाल, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली सहित एनसीआर में शराब माफियाओं के साथ मिलकर शराब व डोडा पोस्त की तस्करी का काम कर रहा था. राजस्थान में हुई अन्य भर्तियों के बारे में आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है.
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