ये स्वदेशी विकसित राइफल है, जिसका इस्तेमाल भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना और अर्धसैनिक बलों में किया जाता है.
यह राइफल भारतीय सेना ने हाल ही में अपनाई है, जो AK-47 से ज्यादा घातक और मजबूत मारक क्षमता देती है. इसे रूस से खरीदा और भारत में स्थानीय रूप से भी तैयार किया जा रहा है.
यह राइफल काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशन्स के लिए उपयोग की जाती है, खासतौर पर जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान सीमा पर तैनात सैनिकों द्वारा.
यह राइफल संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से मंगाई गई थी, जिसे भारतीय सेना इस्तेमाल करती है.
यह इजरायली राइफल है, जो विशेष रूप से स्पेशल फोर्सेज जैसे MARCOS और NSG इस्तेमाल करती है.
एक विश्व प्रसिद्ध राइफल है, जिसे भारतीय सेना के कुछ हिस्सों में आज भी इस्तेमाल किया जाता है.
यह अमेरिकी बनावट की राइफल है, जिसका उपयोग भारतीय सेना के कुछ विशेष ऑपरेशंस में किया जाता है.
यह राइफल भारतीय सेना की स्पेशल फोर्सेज में इस्तेमाल की जाती है. इसकी सटीकता और शक्ति उच्च है.
यह एक पुरानी, लेकिन मजबूत राइफल है, जो पहले भारतीय सेना द्वारा प्रयोग में लाई जाती थी और कुछ क्षेत्रों में अभी भी मौजूद है.
यह एक अमेरिकन मशीन गन है, जिसका भारतीय सेना के कुछ यूनिट्स में उपयोग किया जाता है.