सास-बहु के झगड़े से जीना हुआ दूभर? प्रेमानंद जी महाराज ने बताया क्या करें

Padma Shree Shubham
Jan 29, 2025

प्रवचन

प्रेमानंद जी महाराज के सत्संग में दूर दूर से उनके भक्त प्रवचन सुनने के लिए पहुंचते हैं.

सत्संग

इस तरह एक सत्संग में प्रेमानंद जी महाराज से भक्त ने सास-बहु के झगड़े के संबंध में सवाल किया.

भोजन

जिस पर प्रेमानंद जी महाराज ने सलाह दी कि सास को भोजन दें, सेवा करें, कुछ भी कर लें लेकिन कोई मिल जाएगा तो वो बुराई करेंगी. ये माया है.

सेवा

इस तरह की बुराई पर आपको बहुत बुरा लगेगा. मन में आएगा कि मैं इतनी सेवा करती हूं.

बुराई

आप सोचेंगी भोजन करवाती हूं, कपड़े धोती हूं फिर भी मेरी बुराई की जाती है. इतना सोचते ही आप अपने धर्म से गिर जाएंगी.

निंदा

सास की सेवा करती है तब भी आपकी निंदा होती है तो अपनी सास को उनके हाल पर ही छोड़ दें.

धर्म

आप यही सोचें कि आपने अपना धर्म निभाया, सामने वाला जो भी करे वह उसका कर्म.

अध्यात्म

प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि इसी तरह सोचने को अध्यात्म कहा जाता है.

डिसक्लेमर

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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