क्या शाम को शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं जल, जानें क्या कहता है शिव पुराण?

Saumya Tripathi
Feb 01, 2025

सनातन धर्म में भगवान शिव का विशेष स्थान है. वे बहुत ही भोले हैं और उनकी पूजा करना उतना ही सरल.

मान्यता है कि अगर उनके भक्त सच्चे मन से एक लोटा जल और बेल पत्र अर्पित करते हैं तो भगवान शिव बेहद प्रसन्न होते हैं.

लेकिन शिवजी का एक रौद्र और विकराल रूप भी है, इसलिए उनकी पूजा करते समय कुछ विशेष नियमों का ध्यान रखना जरूरी होता है.

ऐसे में आपको बताते हैं कि भगवान शिव को जल चढ़ाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और जल चढ़ाने का सही समय क्या है...

शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय दिशा का विशेष ध्यान रखें. दक्षिण या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके जल नहीं अर्पित करना चाहिए.

शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय हमेशा उत्तर की ओर मुंह करके जल चढ़ाएं. वहीं ध्यान रखें कि खड़े होकर जल नहीं अर्पित करना चाहिए.

शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर हमेशा तांबे के पात्र से जल अर्पित करना चाहती है.

ऐसा करने भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. वहीं उन्हें जल चढ़ाने के लिए शंख का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.

शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर जल चढ़ाने का सबसे उत्तम समय सुबह का होता है.

आप 5 बजे से लेकर 11 बजे तक जल चढ़ा सकते हैं. वहीं शाम के समय जल अर्पित करने से बचना चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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