अक्सर चावल पकाते समय थोड़ी सी लापरवाही चावलों का स्वाद बिगाड़ देती है.
चावल तो अक्सर घरों में बनते ही हैं, कुछ लोग कुकर में सीटी लगाकर बनाते हैं तो कुछ लोग पानी में उबालकर बनाते हैं.
कुकर में चावल पकाने में पानी की मात्रा का बड़ा रोल होता है जबकि पानी में उबालकर बनाने में टाइमिंग जरूरी होती है.
कई बार चावल बनाते समय पता नहीं चल पाता कि गैस कब बंद करनी है और कब चावलों को छन्नी में उतारना है.
जब भी चावल पानी में उबल रहे हों तब तक इस बात का ध्यान रखना है कि चावल पूरी तरह पानी में नहीं गलाने हैं.
क्योंकि चावलों का पानी निकलने के बाद भी चावल भाप में पकते रहते हैं और इसी वजह से वो आपस में चिपक जाते हैं.
जब पानी में चावल उबल रहे हों तो एक चम्मच घी डाल देना है यह चावल को चिपकने से बचाएगा.
इसी के साथ बड़ी चम्मच से चावल के कुछ दाने निकालकर एक चावल के दाने का मार्बल पर मसल के देखें.
उसमें चावल ऊपर से तो गल चुका होगा लेकिन अंदर से अभी कच्चा होगा, लेकिन चावल को पूरी तरह भी नहीं गलाना है.
जब चावल के दाने को मसलने पर 90 प्रतिशत गल जाए और 10 अंदर के कच्चा हो तभी गैस बंद करके चावल को पानी से निकाल देना है और ढककर रख देना हैं.
बचा हुआ कच्चा चावल भांप में ही गल जाएगा, अगर गैस पर ही चावल को पूरा पका लिए जाएगा तो भाप में वो ज्यादा पककर आपस में चिपक जाएंगे.
Disclaimer-
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी इससे जुड़ा पढ़ें, तो उससे पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.