Hill Station Snowfall: पहाड़ बर्फ से सफेद हो चुके हैं, जिससे मैदानी इलाकों में अब ठंड का प्रकोप देखा जाने लगा है. जम्मू-कश्मीर में पारा शून्य से नीचे जा चुका है. जबकि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बर्फ गिरने से सैलानियों के चेहरे खिल गए हैं.
लेकिन अगर आप सोच रहे हैं कि बर्फबारी ऊंचे इलाकों में हो रही है और वे जगह आपके घर से दूर हैं, तो टेंशन मत लीजिए. आपको बर्फबारी का मजा उन जगहों पर भी मिल जाएगा, जो दिल्ली से महज 5-7 घंटे की दूरी पर हैं. चलिए आपको उन जगहों के बारे में बताते हैं.
नैनीताल
नैनीताल का नाम सुनते ही आंखों के सामने नैनी झील का खूबसूरत नजारा उतर आता है. दिल्ली से कुल 291 किलोमीटर दूर नैनीताल पहुंचने में आपको 5.30 से 6 घंटे लगेंगे. यहां सीजन की पहली बर्फबारी हो चुकी है. ऊंचाई वाले इलाके बर्फ से ढक चुके हैं. चाइना पीक, स्नो व्यू और पंगोट में हिमपात हुआ. बर्फबारी के कारण व्यापारी भी काफी खुश नजर आए. यहां तक कि सैलानियों को भी अचानक हुई बर्फबारी के कारण तगड़ा सरप्राइज मिल गया.
चकराता
अगर आप ऑफबीट जगहों के शौकीन हैं तो चकराता आपके लिए बेस्ट जगह है. यहां के ऊंचाई वाले इलाकों जैसे देववन और लोखंडी में बर्फबारी हो चुकी है. यहां विदेशी सैलानियों के आने पर रोक है. ऑफबीट लोकेशन होने की वजह से लोग यहां जमकर बर्फबारी और ट्रैकिंग का लुत्फ उठा रहे हैं. चकराता दिल्ली से 324 किलोमीटर दूर है और यहां पहुंचने में आपको 6-7 घंटे लग सकते हैं. चकराता में ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की वजह से तापमान माइनस में चला जाता है और जलस्रोतों का पानी जम जाता है.
मसूरी
दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए मसूरी फेवरेट हिलस्टेशन है. इसे पहाड़ों की रानी भी कहा जाता है. यह दिल्ली से 287 किलोमीटर दूर है और यहां आप 5.30 घंटे में पहुंच सकते हैं. मसूरी के ऊंचाई वाले इलाके बर्फ की चादर से ढक चुके हैं. कैमल बैक, मालरोड, लालटिब्बा में पहाड़ों पर जब बर्फ नजर आई तो लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. इस कारण काफी तादाद में सैलानी मसूरी का रुख कर रहे हैं.
कनाताल
मसूरी से 41 किलोमीटर आगे एक खूबसूरत हिल स्टेशन है कनाताल. यहां भी टूरिस्ट्स को बर्फ देखने को मिल जाती है. यहां पहुंचने में आपको 7 घंटे लग सकते हैं. शांत और खूबसूरत वादियों के लिए मशहूर कनाताल में सुरकंडा देवी का मंदिर भी है, जहां से हिमालय के खूबसूरत नजारों के दर्शन होते हैं.
चोपता
चोपता का नाम शायद ही किसी ने ना सुना हो. चोपता को मिनी स्विट्जरलैंड कहा जाता है. यह जगह दिल्ली से 9-10 घंटे की दूरी पर है. यहां भगवान शिव का सबसे ऊंचाई पर स्थित तुंगनाथ मंदिर भी है. इसके ऊपर चंद्रशिला ट्रैक भी जाता है. सर्दियों के मौसम में तुंगनाथ मंदिर और चंद्रशिला बर्फ से ढक जाते हैं. बर्फ का लुत्फ उठाने के लिए आप यहां का रुख कर सकते हैं.
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