स्टीव जॉब्स से लेकर मार्क जुकरबर्ग जैसी महान हस्तियां भी बाबा नीम करोली के दर्शन कर चुकी हैं. उनके इन अनमोल विचारों को अगर जीवन में उतार लिया जाए तो परेशानियां दूर हो सकती हैं.
इंसान 100 साल की योजना बना सकता है, लेकिन अगले पल होने वाली घटना से अज्ञात है. इसलिए ईर्ष्या, छल और कपट कभी मत रखो.
सबकी सेवा करें. सबसे प्रेम करो. भगवान के प्रति सच्ची श्रद्धा रखो और सच का मार्ग कभी मत छोड़ो.
अगर तुम सच्चे प्रेम को समझ लो, तो तुम्हें भगवान को समझने की जरुरत नहीं है. भगवान खुद प्रेम में उपस्थित है.
दूसरों की सेवा करो और यह समझो कि तुम भगवान की सेवा कर रहे हो. यही सच्ची भक्ति है.
ईर्ष्या का त्याग कर लोगों को क्षमा करने वाला व्यक्ति महान होता है. यह भाव हर किसी को अपने अंदर रखना चाहिए.
सब कुछ ईश्वर के हाथ में है. जो कुछ होता है, उसके पीछे भगवान की मर्जी होती है.
जब किसी दर्द-तकलीफ में होते हैं या जीवन के सबसे कठिन समय से गुजर रहे होते हैं तो आप जीवन की सच्चाई को देखते-समझते हैं.
जब आप किसी के दाह संस्कार या अंतिम संस्कार में जाते हैं, तब भी आपका सामना जीवन के परम सत्य से होता है.
अपने आप को ईश्वर के चरणों में समर्पित करो. वही सब कुछ संभाल लेगा.
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