महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकुंभ का समापन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाग लिया, यह आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक कुल 45 दिनों तक चला.
महाकुंभ में प्रयागराज एयरपोर्ट पर 700 से अधिक प्राइवेट और चार्टर्ड प्लेन उतरे जो एक नया रिकॉर्ड बना. यह धार्मिक आयोजन की भव्यता और वैश्विक आकर्षण को दर्शाता है.
प्रयागराज के बमरौली एयरपोर्ट के लिए 700 से ज्यादा चार्टर्ड फ्लाइट उतरीं. कुल 2800 यात्री विमान यहां उतरे. प्रयागराज महाकुंभ के लिए 17 शहरों से सीधी फ्लाइट थी. जबकि 30 शहरों से कनेक्टिंग फ्लाइट थी. 4.5 लाख से ज्यादा हवाई यात्री यहां पहुंचे.
महाकुंभ के दौरान भारतीय रेल नेटवर्क के जरिये लगभग 15 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज के नौ स्टेशनों पर पहुंचे. रेलवे ने 13, 830 स्पेशल ट्रेनें चलाईं.
महाकुंभ की सुरक्षा के लिए कुंभ क्षेत्र में 37,000 पुलिसकर्मियों, 14,000 होमगार्डों, ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी के जरिए सुरक्षा सुनिश्चित की गई. जल पुलिस, एनडीआरएफ और बम निरोधक दस्तों की भी तैनाती रही.
महाकुंभ में आईएएस और आईपीएस अफसरों की पूरी फौज उतारी गई थी. करीब 25 आईएएस और आईपीएस तैनात थे. सीएम योगी ने बाद में 110 के करीब पीसीएस और पीपीएस अफसरों को भी वहां भेजा.200 प्रशिक्षु आईपीएस अफसरों की फौज भी उतारी थी.
मौनी अमावस्या (8 करोड़), मकर संक्रांति (3.5 करोड़), बसंत पंचमी (2.57 करोड़), महाशिवरात्रि पर (1.55 करोड़) और अन्य स्नान पर्वों पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. जो अब तक 66.30 करोड़ से अधिक हो चुकी है.
लाखों तीर्थयात्रियों के ठहरने के 4,000 हेक्टेयर से टेंट सिटी बसाई गई, जिसमें आधुनिक सुविधाओं का ध्यान रखा गया. जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
महाकुंभ में 1.5 लाख शौचालय बनाए गए थे. ये शौचालय पूरे मेला क्षेत्र और पार्किंग स्थलों पर बने थे. वहीं घाट पर करीब 10 हज़ार चेंजिंग रूम, 25,000 कूड़ेदान, 160 अपशिष्ट वाहन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), बायो-रिमिडिएशन तकनीक.
महाकुंभ में कुल 43 अस्थाई अस्पतालों में 380 बेड और अनलिमिटेड ओपीडी की सुविधा बनाई गई थी. एक 100 बेड का स्पेशल सेंट्रल अस्पताल भी बनाया गया था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के दौरान प्रयागराज के 12 दौरे किए, जिससे आयोजन की व्यवस्था और सुरक्षा की समीक्षा की गई. 45 दिनों तक चले इस महाकुंभ में उन्होंने संतों, श्रद्धालुओं और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की.
प्रयागराज महाकुंभ में 13 अखाड़ों ने मकर संक्रांति से बसंत पंचमी और मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान किया. फिर अखाडे़ के काशी के लिए रवाना हो गए. नागा साधु और संतों के अलावा आईआईटी बाबा जैसे जैसे धार्मिक गुरु भी खूब फेमस हुए.
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