महाकुंभ में आस्था का जनसैलाब उमड़ा है. दो दिन में सवा 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगा ली है.
अगर आप भी यहां जाने का प्लान कर रहे हैं तो कुछ नियम जरूर जान लें.
इनका उल्लेख शास्त्रों में भी किया गया है. ऐसे में इन धर्म-कर्म के नियम का पालन करना बेहद जरूरी हो जाता है. आइए जानते हैं.
संगम पर तीर्थ करने वाला अगर भैंसा, बैल की सवारी करता है तो वह नरकवासी बनता है.
वहीं, यहां आने वाले साधु संतों का तिरस्कार करने वाले या अपमान करने वाले को निम्न योनियों में जन्म मिलता है.
धार्मिक क्षेत्र में मांस-मदिरा आदि तामसिक भोजन करना पाप है. ऐसा करने से अदृश्य साधु आत्मओं का श्राप लगता है.
संगम में स्नान करते समय पेशाब करने को महापाप माना गया है. बच्चों को भी ऐसा करने से बना करना चाहिए.
मासिक धर्म से ग्रसित युवती और अपवित्र कर्म करने वाले का महाकुंभ में स्नान वर्जित है. ऐसा करने से पाप लगता है.
लेख में दी गई ये जानकारी धार्मिक मान्यताओं और सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.