UP Politics: बीजेपी से पहले बाजी मारेगी सपा, नए जिलाध्यक्षों के नाम घोषित करने की तैयारी
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UP Politics: बीजेपी से पहले बाजी मारेगी सपा, नए जिलाध्यक्षों के नाम घोषित करने की तैयारी

UP BJP Jila adhyaksh list: भारतीय जनता पार्टी करीब दो महीने से उत्तर प्रदेश में सांगठनिक फेरबदल करने की तैयारी में है, लेकिन लग रहा है कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव इसमें बीजेपी से बाजी मार लेंगे.

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UPJila adhyaksh list: उत्तर प्रदेश में उपचुनावों, महाकुंभ और विधानसभा बजट सत्र के बाद भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी में संगठन स्तर पर बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है. यूपी विधानसभा चुनाव 2027 को देखते हुए समाजवादी पार्टी आगे की तैयारी में जुट गई है. सूत्रों के मुताबिक यूपी में सपा के 15-20 जिलाध्यक्ष बदले जा सकते हैं. समाजवादी पार्टी का हाईकमान यूपी में कई जिलाध्यक्षों को बदले जाने पर विचार कर रहा है. इनमें ज्यादातर वो लोग शामिल हैं, जो काफी समय से पार्टी में निष्क्रिय हैं या फिर किसी तरह के विवादों से उनका नाम जुड़ा. जिन जिलों के अध्यक्ष बदले जाएंगे, वहां कमेटियों का भी नए सिरे से गठन किया जाएगा. 

जिलाध्यक्षों की लिस्ट तैयार कब होगी
सूत्रों के मुताबिक इनमें से कुछ जिले ऐसे हैं, जहां अध्यक्ष या तो किसी विवाद में फंस गए हैं या फिर निष्क्रिय हैं, ऐसे सभी जिलाध्यक्षों की सूची तैयार कर ली गई है. जिन्हें अब पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा और उनकी जगह पर नए कार्यकर्ताओं को मौका मिलेगा. सूत्रों का कहना है कि नई कमेटियों और जिलाध्यक्षों का चयन कार्यकर्ताओं की सक्रियता के आधार पर तय होगा।विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी स्थानीय स्तर पर अपने संगठन को दुरुस्त करना चाहती है, ताकि बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत किया जा सके. नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में पीडीए  को भी प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है. जिसके दम पर अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में फतह हासिल की थी और बीजेपी को मात देने में कामयाब हो पाए थे. 

भाजपा जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष का चुनाव
दरअसल, उत्तर प्रदेश भाजपा में 98 जिलाध्यक्षों के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का चुनाव होना है. इसके लिए आम सहमति से सूची तैयार करने की कवायद कई बार हो चुकी है, लेकिन सांसद-विधायकों और बड़े नेताओं की पैरवी से मामला लटका है. यूपी में 75 जिलों के साथ महानगरों के भी अलग अध्यक्ष चुने जाते हैं. प्रदेश भाजपा को जल्द ही सांगठनिक चुनाव संपन्न कराने हैं, ताकि   इस आधार पर यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष काम कर सकें. ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि हो सकता है कि पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का ऐलान हो जाए ताकि वो अपने हिसाब से अपनी टीम गठित कर पाएंगे. प्रदेश के साथ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी होना है. प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े कई बार लखनऊ का दौरा कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई बड़ी घोषणा नहीं हो पाई है.

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