सरकार यूपी में एक हजार करोड़ रुपये की लागत से 10 इंडस्ट्रियल पार्क बना रही है. इस मॉडल से उद्योगपतियों को न तो जमीन खरीदनी पड़ेगी और न ही फैक्ट्री का निर्माण कराना होगा, बस कच्चा माल लाओ और प्रोडक्शन शुरू करो. सरकार के इस प्रोजेक्ट से उद्योग और रोजगार दोनों को रफ्तार मिलेगी.
देश में उद्योग लगाने की सबसे बड़ी समस्या ज़मीन और इंफ्रास्ट्रक्चर की रही है. इस चुनौती को हल करने के लिए सरकार ने प्लग एंड प्ले मॉडल पर 100 इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की योजना बनाई है, जिससे उद्यमी पहले दिन से ही उत्पादन शुरू कर सकेंगे.
इस मॉडल के तहत उद्यमियों को ज़मीन खरीदने या निर्माण कराने की जरूरत नहीं होगी, सरकार पूरी तरह तैयार इंडस्ट्रियल यूनिट उपलब्ध कराएगी, जिसमें उद्यमी सिर्फ अपनी मशीनें और कच्चा माल लाकर उत्पादन शुरू कर सकते हैं.
देशभर में बनने वाले इन 100 इंडस्ट्रियल पार्कों में से 10 उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित हैं. यूपी एक प्रमुख औद्योगिक राज्य है, इसलिए यहां इन पार्कों के जरिए नए उद्यमियों को बड़ा फायदा मिलेगा.
इन इंडस्ट्रियल पार्कों में फ्लैट्टेड फैक्ट्री मॉडल और शेड निर्माण जैसी सुविधाएं दी जाएंगी. इसका मतलब है कि छोटे और मझोले उद्योगों को बिना अतिरिक्त खर्च के पहले दिन से ही अपना काम शुरू करने का मौका मिलेगा.
इस प्रोजेक्ट पर कुल 10,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. एक इंडस्ट्रियल पार्क पर लगभग 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिससे आधुनिक सुविधाओं से लैस इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार होगा.
केंद्र सरकार हर इंडस्ट्रियल पार्क के लिए 50 से 75% फंडिंग उपलब्ध कराएगी. इसके अलावा राज्य सरकार, निजी संस्थाएं और पीएसयू भी इस योजना को लागू कर सकते हैं.
प्रत्येक इंडस्ट्रियल पार्क के लिए 75 एकड़ ज़मीन की जरूरत होगी. सरकार उद्योगों के लिए उचित स्थान चिन्हित कर रही है, जिससे कारोबारियों को बेहतरीन वातावरण मिल सके.
यूपी में 10 इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है. मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य तेज़ी से शुरू किया जाएगा.
यूपी में 10 इंडस्ट्रियल पार्क विकसित करने के लिए उत्तर प्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है. मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य तेज़ी से शुरू किया जाएगा.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.