67 करोड़ स्नान के साथ महाकुंभ 2025 का समापन हो चुका है. इस महाकुंभ में स्नान का ही नहीं और भी कई रिकॉर्ड बने. आइये तस्वीरों के साथ आपको बताते हैं महाकुंभ 2025 की बड़ी और यादगार घटनाएं.
महाकुंभ में कुल पांच आगजनी की घटनाएं हुईं. 19 जनवरी को गीता प्रेस शिविर में लगी आग से 250 से ज्यादा टेंट जलकर राख हो गए. 7 फरवरी को इस्कॉन शिविर और सेक्टर 22 में भी आग लगी, जिससे कई टेंट जल गए.
28 फरवरी की रात मौनी अमावस्या से पहले संगम नोज पर अचानक भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई और 90 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हो गए.
22 जनवरी को सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रिपरिषद के साथ संगम स्नान किया. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक सहित कई मंत्रियों ने संगम स्नान कर पूजा अर्चना की.
5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल कुर्ता और रुद्राक्ष की माला पहनकर संगम में स्नान किया. उन्होंने सूर्य को जल अर्पित कर देश की समृद्धि की कामना की.
24 जनवरी को ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर की पदवी दी गई. उनका नया नाम श्रीयामाई ममता नंद गिरि रखा गया और भव्य पट्टाभिषेक हुआ.
आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले अभय सिंह, आईआईटी बाबा के नाम से मशहूर हुए. उन्होंने पढ़ाई छोड़कर संन्यास लिया था और फिर आध्यात्मिक नेता बन गए. महाकुंभ 2025 में उनकी लोकप्रियता काफ़ी बढ़ी. उन्होंने कनाडा में 36 लाख रुपये के पैकेज वाली नौकरी बीच में छोड़ दी थी.
मौनी अमावस्या के स्नान पर 7.64 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. यह महाकुंभ का सबसे अधिक भीड़भाड़ वाला दिन रहा. और इस दिन का स्नान रिकॉर्ड बन गया.
प्रयागराज की अनामिका शर्मा ने महाकुंभ को लेकर अनोखा रिकॉर्ड बनाया. अनामिका ने बैंकाक के आसमान में महाकुंभ के झंडे के साथ 13000 फीट की ऊंची से छलांग लगाई. जमीन की ओर बढ़ते हुए उन्होंने जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए पूरे विश्व को प्रयागराज महाकुंभ आने का निमंत्रण दिया.
महाकुंभ मेले में साधु-संतों की भारी भीड़ के बीच मध्य प्रदेश की माला बेचने वाली मोनालिसा भी वायरल हुई. मोनालिसा की सुनहरी बड़ी-बड़ी आंखे और उनकी सुंदरता देख हर कोई कायल हो गया. लोग उनके साथ सेल्फी लेने के लिए बेताब दिखे. इतना ही नहीं उन्हें मुंबई से फिल्म का ऑफर भी मिला.
महाकुंभ में एक और खूबसूरत हसीना वायरल हुई जिसका नाम है एंकर-मॉडल और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर हर्षा रिछारिया. साधु संतों के साथ साध्वी के रूप में नजर आई नीली आंखों और लंबी-लंबी जटाओं वाली हर्षा रिछारिया को लोग देखते ही रह गए.
9 फरवरी को जगद्गुरु हिमांगी सखी पर हमला हुआ, तो वहीं 13 फरवरी को किन्नर अखाड़े की ही महामंडलेश्वर कल्याणनंद गिरी जब श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दे रही थी, तभी कुछ युवकों ने गालीगलौज करते हुए उनपर चाकू से हमला कर दिया.
सद्गुरु के ईशा फाउंडेशन द्वारा योग और ध्यान शिविर आयोजित किए गए, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और आत्मज्ञान की राह पर कदम बढ़ाया.
इस बार के महाकुंभ में अमेरिका, रूस, जापान और यूरोप के हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया, जिससे यह एक वैश्विक आध्यात्मिक केंद्र बन गया.
महाकुंभ 2025 को स्वच्छ और प्लास्टिक-मुक्त बनाने के लिए कई संगठनों और सरकार द्वारा अभियान चलाए गए. संगम क्षेत्र को साफ रखने के लिए लाखों वॉलंटियर्स लगे रहे. स्वच्छता अभियान के तहत 24 फरवरी को 15 हजार से भी अधिक सफाईकर्मी शामिल हुए.
इससे पहले 14 फरवरी को नदी स्वच्छता का रिकॉर्ड बना गया था. इस दिन 300 कर्मचारियों ने नदी की सफाई का रिकॉर्ड बनाया था. इस रिकॉर्ड को गिनीज बुक ने भी दर्ज किया.