Jhalawar News:राजस्थान के झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल अब प्रदेश का दूसरा ऑर्गन रिट्रीएवल सेंटर बन कर उभरा है. जिससे डोनेट ऑर्गन्स निश्चित समय सीमा के भीतर किसी अन्य मरीज को प्रत्यारोपित किए जा सकेंगे.
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Jhalawar News:राजस्थान के झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल अब प्रदेश का दूसरा ऑर्गन रिट्रीएवल सेंटर बन कर उभरा है. जयपुर तथा जोधपुर से आई स्पेशल डॉक्टर्स की टीम ने आज स्थानीय विशेषज्ञ डॉक्टर्स के साथ मिलकर जिला अस्पताल में एक ब्रेन डेड हो चुके पेशेंट के अंग निकालकर अन्य जरूरतमंद मरीजों को प्रत्यारोपण हेतु जयपुर एसएमएस अस्पताल तथा जोधपुर एम्स भेजे हैं.
ऑर्गन रिट्रीएवल किए जाने के बाद इन ऑर्गन्स को लेकर जा रही डॉक्टर की टीम व एंबुलेंस को जयपुर तथा जोधपुर तक पुलिस द्वारा एस्कॉर्ट किया गया है. जिससे डोनेट ऑर्गन्स निश्चित समय सीमा के भीतर किसी अन्य मरीज को प्रत्यारोपित किए जा सकेंगे.
मामले में जानकारी देते हुए झालावाड़ जिला अस्पताल अधीक्षक संजय पोरवाल तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर साजिद खान ने बताया कि मृत्यु के पश्चात भी कुछ घंटों तक मरीज के ऑर्गन्स जीवित रहते हैं, ऐसे में उन अंगों को किसी दुर्लभ बीमारी से ग्रसित अन्य मरीजों को ट्रांसप्लांट करके उनका जीवन बचाया जा सकता है.
गौरतलब है कि झालावाड़ जिले के उन्हेल थाना क्षेत्र के बामन देवरिया कंजर डेरा निवासी 30 वर्षीय युवक भूरिया कंजर छत से गिरकर घायल हो गया था. सिर की चोट के कारण उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टर ने एक दिन पूर्व उसे ब्रेन डेड घोषित किया था. चिकित्सकों की टीम द्वारा कन्वेंस किए जाने के बाद मृतक के परिजन मृतक भूरिया कंजर के अंगदान हेतु सहमत हो गए.
ऐसे में झालावाड़ जिला अस्पताल के डॉक्टर की टीम द्वारा ब्रेन डेड हो चुके पेशेंट का 2 बार एपनिया टेस्ट किया गया और उसकी मौत की पूर्णतया पुष्टि के बाद अंग प्रत्यारोपण हेतु गठित संगठन सोटो तथा नोटो से अंग पुनर्प्राप्ति को लेकर लीगल परमिशन ली गई.
स्वीकृति के पश्चात जयपुर तथा जोधपुर से ऑर्गन रिट्रीएवल हेतु चिकित्सकों का दल झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पताल पहुंचा, जहां लंबी प्रक्रिया के बाद ब्रेन डेड हो चुके मृतक भूरिया कंजर के लिवर तथा किडनी ऑर्गन्स को निकाल कर फ्रोजन प्रक्रिया के साथ एम्बुलेंस तथा अन्य हाई स्पीड वाहनों के माध्यम से झालावाड़ जिला अस्पताल से जयपुर एसएमएस अस्पताल तथा जोधपुर के एम्स संस्थान रवाना किए गए है.
पूरी प्रक्रिया के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा खुद भी जिला अस्पताल में मौजूद रहे.उन्होंने बताया कि अंगों को ले जा रहे हैं वाहनों को नियत स्थान तक एस्कॉर्ट किया जाएगा तथा मार्ग के सभी थानों में पूर्व सूचना देकर संपूर्ण मार्ग को वन वे रखा गया है. रिट्रीएवल ऑर्गन्स को निश्चित समय सीमा के भीतर जयपुर तथा जोधपुर पहुंचाया जाएगा.
उधर मृतक के परिजनों ने बताया कि भूरिया की मौत से परिवार सदमे में है, लेकिन उन्हें सिर्फ इस बात की खुशी है कि उसके अंग अब किसी और का जीवन बचाने में काम आ सकेंगे.