छत्तीसगढ़ में है अजीबोगरीब रिवाज, जिसमें 'लिव-इन' में रहने की है प्रथा

Harsh Katare
Feb 20, 2025

ढुकू प्रथा

छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की ढुकू प्रथा कई जिलों में काफी प्रचलित है, इस प्रथा में महिला और पुरुष साथ रहते हैं.

घर में प्रवेश करना

ढुकु का अर्थ आदिवासी समाज में घर में प्रवेश करना है, इस प्रथा में महिला-पुरुष लिव इन में रहते हैं.

शादीशुदा पुरुष

शादीशुदा पुरुष एक पत्नी के रहते हुए, दूसरी महिला को पत्नी के रूप में ढुकू ले आता है, भले ही वह उसके बच्चों के अपनाए या नहीं.

शादीशुदा महिला

शादीशुदा महिला भी पति के रहते हुए दूसरे पुरुष को पति मानकर पत्नी के रूप में ढुकू चली जाती है, ऐसा काफी होता है.

सिंगल ढुकू

ढुकू भी 2 तरह के होते हैं, जैसे- अविवाहित महिला या पुरुष किसी अविवाहिता महिला या पुरुष से शादी करता है, ये सिंगल ढुकू कहलाता है.

डबल ढुकू

वहीं दूसरे प्रकार में शादीशुदा महिला या पुरुष किसी शादीशुदा महिला-पुरूष से शादी करते हैं, तो वो डबल ढुकू कहलाता है.

प्रमाण नहीं

आदिवासियों में इस प्रथा के शुरू होने के प्रमाण नहीं है, माना जाता है यह प्रथा तब हुई होगी जब वे अपने समुदाय में सीमित रहे होंगे.

प्रथा का दंश

ढुकू प्रथा का दंश नाबालिग बच्चों पर ज्यादा पड़ता है, बच्चे मां-बाप के प्यार से वंछित रह जाते हैं.

प्यार

इस प्रथा के चलते उन्हें वो प्यार नहीं मिल पाता है, जिसके चलते या तो बाल विवाह या फिर कम उम्र से मजदूरी करनी पड़ती है.

शारीरिक-मानसिक रूप से बीमार

बच्चों के साथ सामाजिक भेदभाव होता है, वे शारीरिक-मानसिक रूप से बीमार रहते हैं, साथ ही पैतृक संपत्ति के बंटवारे में भी विवाद होता है.

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