दिल्ली में हर 5 साल बाद विधानसभा चुनाव होते है. जानता को हर 5 साल बाद अपने क्षेत्र के नेता को चुनने का मौका मिलता है.
Delhi Election 2025
दिल्ली की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रभाव लंबे समय से है, लेकिन राज्य की कुछ विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां बीजेपी को आज तक जीत नसीब नहीं हुई. आइए जानते है उन 8 विधानसभा सीटों के बारे में.
Mangolpuri Seat
मंगोलपुरी सीट पर साल 1993 से लेकर 2008 तक कांग्रेस का कब्जा रहा है. साल 2015 से 2020 तक आप ने जीत हासिल की है.
Balli Maran Seat
बल्लीमारान सीट पर कांग्रेस का प्रभाव लंबे समय तक रहा, लेकिन 2015 से आम आदमी पार्टी ने इस सीट को अपने नियंत्रण में ले लिया. यहां का मुस्लिम बहुल इलाका बीजेपी के लिए चुनौती बनता है.
Jangpura Seat
जंगपुरा सीट पर कभी भाजपा अपनी जीत दर्ज नहीं कर पाई है. यहां से साल 1993 से लेकर कांग्रेस ने जीत हासिल की है. साल 2015 से लेकर 2020 तक आप ने कब्जा कर रखा है.
Okhla Seat
ओखला सीट मुस्लिम बहुल क्षेत्र है. यहां हमेशा जनता दल और कांग्रेस के बाद आप का दबदबा रहा है. बीजेपी यहां अपनी पैठ बनाने में असफल रही है.
Ambedkar Nagar Seat
1993 से लेकर 2008 तक इस सीट पर हमेशा कांग्रेस का कब्जा था. साल 2013 के बाद इस सीट पर आप ने अपनी जीत को बरकरार रखा हुआ है.
Matia Mahal Seat
मटिया महल सीट सीट मुस्लिम बहुल है और जनता दल या AAP के उम्मीदवार यहां मजबूत साबित होते हैं. बीजेपी को यहां कभी जीत नहीं मिली.
Seemapuri Seat
सीमापुरी SC बहुल सीट है. सीमापुरी की एससी आबादी ने हमेशा कांग्रेस या AAP का समर्थन किया है. बीजेपी यहां आज तक जीत नहीं पाई.
Seelampur Seat
सीलमपुर सीट पर मुस्लिम और मजदूर वर्ग ज्यादा है. इस सीट पर भी बीजेपी के लिए समीकरण कठिन रहे हैं. कांग्रेस और AAP बारी-बारी से जीत दर्ज करती रही हैं.