Britain Visa Fraud Campaign: ब्रिटेन सरकार ने भारतीय नागरिकों को वीजा धोखाधड़ी से बचाने के लिए एक स्पेशल कैंपेन शुरू कर दिया है. इस कैंपेन का नाम 'वीजा फ्रॉड तों बचो' है, जिसका मकसद भारतीय नागरिकों को वीजा धोखाधड़ी समेत अवैध आव्रजन की वजह से होने वाली शारीरिक, आर्थिक और मानसिक परेशानियों से बचाना है.
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Britain Visa Fraud Campaign: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार अवैध आव्रजन नीति को और सख्त बना रही है. ट्रंप प्रशासन ने अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को देश से बाहर निकालने की प्रक्रिया तेज कर दी है. भारत समेत कई देशों के हजारों अवैध नागरिकों को वापस उनके देश भेज दिया गया है.
दूसरी तरफ, ब्रिटेन सरकार ने भारतीय नागरिकों को वीजा धोखाधड़ी से बचाने के लिए एक स्पेशल कैंपेन शुरू कर दिया है. इस कैंपेन का नाम 'वीजा फ्रॉड तों बचो' है, जिसका मकसद भारतीय नागरिकों को वीजा धोखाधड़ी समेत अवैध आव्रजन की वजह से होने वाली शारीरिक, आर्थिक और मानसिक परेशानियों से बचाना है. इस कैंपेन के जरिए लोगों को अवैध प्रवास के खतरों और कानूनी प्रवास के सुरक्षित तरीकों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा.
इस कैंपेन के तहत अंग्रेजी और पंजाबी में एक व्हाट्सएप सपोर्ट लाइन भी जारी की गई है, जिसका नंबर +91-70652-51380 है. इस नंबर पर वीजा फ्रॉड के लिए आम तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली रणनीति को पहचानने में मदद और ब्रिटेन की यात्रा करने के लिए कानूनी रास्ते तलाशने वालों के लिए सही और आधिकारिक मार्गदर्शन तक पहुंच प्रदान की जाएगी.
यह कैंपेन लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) में चांसलर और राज्यसभा सांसद अशोक कुमार मित्तल की मौजूदगी में शुरू किया गया. व्हाट्सएप लाइन के अलावा, कैंपेन के तहत वीजा फ्रॉड की चेतावनी के संकेत भी दि गए. इस दौरान उन्होंने कहा कि लोगों को सलाह दी जाएगी कि वे ब्रिटेन में नौकरी के वादों और अंग्रेजी-भाषा टेस्ट्स (आईईएलटीएस) की गैर-अनिवार्यता जैसे झूठे दावों, और अत्यधिक शुल्क को लेकर सचेत रहें. वीजा की वजह से अक्सर लोग अनावश्यक कर्ज लेते हैं और उन्हें शारीरिक नुकसान और शोषण का खतरा होता है.
वीजा फ्रॉड करने वालों पर 10 साल का बैन
वीजा फ्रॉड करने वाले शख्स के ब्रिटेन की यात्रा पर 10 साल तक का बैन लगाया जा सकता है. भारत और ब्रिटेन ने 'मोबिलिटी एंड माइग्रेशन पार्टनरशिप एग्रिमेंट' के तहत अवैध आव्रजन से निपटने के लिए एक साझा कमिटमेंट जताई है. यह कैंपेन अवैध आव्रजन और वीजा धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए संयुक्त कोशिसों की एक और कड़ी है.
ब्रिटिश उप उच्चायुक्त ने क्या कहा?
भारत में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त क्रिस्टीना स्कॉट ने कहा, 'ब्रिटेन में यात्रा करने, स्टडी करने और काम करने का मौके पर पहले कभी इतना बड़ा नहीं रहा है और भारतीय नागरिकों को ब्रिटेन के दौरे और कार्य वीजा का सबसे बड़ा हिस्सा मिलना जारी है. हालांकि, युवाओं के सपनों का शोषण भी किया जा रहा है और बहुत से लोग वीजा धोखाधड़ी के शिकार बन रहे हैं. इसलिए हम 'वीजा धोखाधड़ी तों बचो' कैंपेन शुरू कर रहे हैं. अभियान का मकसद जोखिमों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और लोगों को ब्रिटेन के सुरक्षित और कानूनी मार्गों के बारे में तथ्यों की जांच करने में मदद करना है.'
चंडीगढ़ में ब्रिटिश उप उच्चायुक्त कैरोलीन रोवेट ने कहा, 'पंजाब अपने मेहनती और महत्वाकांक्षी लोगों के लिए जाना जाता है जिन्होंने ब्रिटेन और वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है. हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ये सपने सुरक्षित और कानूनी रूप से पूरे हों. हम लोगों से 'वीजा धोखाधड़ी तों बचो' का संदेश फैलाने और लोगों को धोखेबाज एजेंटों का शिकार होने से बचाने का आग्रह करते हैं. ( आईएएनएस इनपुट के साथ )